Tuesday, 8 February 2022

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Monday, 25 November 2019

Top 5 Tips to Get Quick Success in hindi



Best 5 Tips To Get Quick Success In Hindi

जल्दी सफलता पाने के 5 Important Tips
आज हर व्यक्ति बहुत जल्दी सफल होना चाहता है. हर कोई चाहता है की वह सफल बने. कोई भी सफलता के लिए इंतजार नहीं करना चाहता. लेकिन सफलता हमारे हाथ में नहीं होती बल्कि सफलता पाने के लिए निरन्तर प्रयास करना पड़ता है और उम्मीद बनाये रखनी होती है.
 succsesway.blogspot.com
    



   सफलता की ख़ुशी
सफलता कोई बाजार में बिकने वाली वस्तु नहीं है जिसे आप बाजार से खरीद सकते है. यह तो सिर्फ आप पर निर्भर करती है. यह आपके प्रयासों पर, आपके धैर्य पर और आपके Decision पर Depend करती है.
आपने कई ऐसे लोगो को जरुर देखा होगा जिनको थोड़ी सी सफलता पाने में सालों – साल लग जाते है. इसी तरह सफलता पाने में समय लगता है लेकिन आप कुछ अलग चीजे करके इस समय को कम जरुर कर सकते है.
आख़िरकार आप कैसे जल्दी सफल हो सकते है. इस Article के माध्यम से हम आपको इस चीज के बारे में बताएँगे.

लाइफ़ में सफल होना है तो अकेले चले : (To Be Successful In Life If Left Alone)

अगर आपको Succes चाहिए तो आपको अपनी Life में हमेशा अकेले चलाना होगा. आपको अपने Design, अपने Thoughts को खुद बनाना होगा. अकेले चलने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है की आपको बहुत कुछ सीखने को मिलता है. जो साथ में रहने से आप कभी नहीं सीख सकते.
अगर कोई Problem आती है तो उसे कैसे Manage करना है, Problem का Solution क्या होगा. आपको यह Problems बहुत कुछ सिखाएगी.
कोई भी व्यक्ति जो हमेशा Public के साथ चलता है. वह कभी भी अपना खुद का Decision नहीं ले पाता. वह दूसरो की Advice पर depend रहने लगता है. जब तक आप अपने दिल की नहीं सुनोगे आप अपने लक्ष्य से हमेशा दूर ही रहोगे.

आप अपने आस – पास मौजूद लोगो से राय ले सकते है. उनके tips और Advice को सुन सकते है पर उन्हें Follow मत करे. जब आप किसी दूसरो की बातो को स्वीकार करने लग जाते है तो आपका अपना मोटिवेशन खत्म हो जाता है.आप उन्हें तभी फॉलो करे जब आपको लगता हो की ये Idea या Tips मुझे सफलता पाने में हेल्प कर सकती है.
अपने लक्ष्य की एक योजना बनाये (Develop A Plan Of Your Goal)जब कभी भी लक्ष्य की बात आती है तो वहां पर योजना शब्द सबसे पहले आ जाता है. कोई भी लक्ष्य बिना Planning के पूरा नहीं हो सकता. अगर आपके Goals की कोई भी प्लानिंग नहीं होगी तो यह निश्चित है की आप Future में अपने लक्ष्य से भटक जायेंगे और आपका Main Target अधूरा रह जायेगा.
इसलिए सफलता के लिए यह बहुत जरुरी है की आप अपने Goals की पूरी Planning बना ले और फिर अपने Goals को Achive करने के लिए जी – जान से जुट जाए. आपका जो भी लक्ष्य है उसे पाने के लिए आप एक निश्चित समय बना ले और यह तय कर ले की आपको उस समय तक अपने लक्ष्य को पा लेना है.
अगर आपका लक्ष्य बड़ा है तो उसे आप कई छोटे – छोटे भागो में बाँट सकते है. इस तरह से Timetable बनाने का आपको यह फायदा होगा की आप अपने समय का सदुपयोग कर पाएंगे और उसे बर्बाद नहीं करेंगे.

सफलता के मार्ग में कभी लड़े नहीं (Not Ever Fought In The Way Of Success)
जब भी कोई भी इन्सान अपने दम पर Succes की सीढ़ियाँ चढ़ता है तो उसे गिराने वाले बहुत लोगो का जन्म हो जाता है. मानव स्वभाव ऐसा होता है कि वह किसी भी सफल होते हुए व्यक्ति को उस सफलता से दूर करने की सोचता है. किसी भी बड़े कार्य या लक्ष्य को Starting में कई Negative बातें सुनने को मिलती है.
आपको भी Starting में काफी मुश्किलें झेलनी पड़ सकती है. आपको कई लोग आपके लक्ष्यों से भटका सकते है. आपको गुमराह करने की सोच सकते है. तब आपको उस समय सावधान रहना होगा.
अगर कोई आपको और आपके Behaviour को पसंद नहीं करता तो यह समझ ले की वह व्यक्ति आपसे Jealous होता है. अगर आप ऐसे व्यक्ति को अपने आसपास देखते है तो उसे अपना दुश्मन न माने.
यह भी संभव है कि कई लोग आपको Negative comments और आपकी आलोचना कर सकते है पर आपको उनके बातों को ignore करना होगा. आपको अपने लक्ष्य की ओर ध्यान देना है न की इन फिजूल की बातों पर.
अगर आपने इन लोगो की बातों पर ध्यान दिया तो समझ ले की आप अपने लक्ष्य पर अपना Focus नहीं कर पाओगे.

अपना धैर्य बनाये रखे (Maintained His Patience) :

अगर आपने अपने लक्ष्य को पाना है तो आपको धैर्य रखना आना चाहिए. इस दुनिया में जितने भी बड़े – बड़े महापुरुष हुए है उनमे यह बात common थी. धैर्य उनके स्वभाव में था.
अगर आपने अपने लक्ष्य को पाने में बहुत ही hard work किया हो पर अगर आपको वह सफलता नहीं मिलती है जो आप चाहते है तो ऐसे में आप हार मान सकते है.
यही समय होता है जब Patience आपकी परीक्षा लेता है और तब आप उन हालातों को कैसे handle कर पाते है. आपको खुद में धैर्य बनाये रखना होगा. अगर आप धैर्य नहीं रखेंगे तो आपने अब तक जितनी मेहनत की होगी वह सब खत्म हो जाएगी.
अगर आपने कठिन समय में धैर्य बना लिया तो समझ ले की आपको जीतने से कोई नहीं रोक सकता.
अगर आपमें धैर्य नहीं है तो इसे आसानी से पाना मुमकिन है. आप अपने रोजाना जीवन में इसे अपना सकते है. For Example – अगर आपको कभी अपने दोस्त का 30 मिनट इन्तजार करना पड़े तब आप कितनी देर तक उसका Wait कर सकते है. यह आपके धैर्य को आसानी से बता देगा.
फिर इसे आप धीरे – धीरे Improve कर सकते है. यही बात सफलता में भी लागू होती है. आपको धैर्य रखना आना ही चाहिए.

निरन्तर प्रयास करते रहे (Are Endeavoring)

आखिरी जो टिप्स हम यहाँ आपको बता रहे है वह है सफल होने के लिए निरंतर प्रयास करते रहे. बहुत लोग सफल इसलिए नहीं होते क्योंकि वे लगातार प्रयास करने से डरते है.
उन्हें सफलता अपनी पहली कोशिश में ही चाहिए जबकि ऐसा नहीं होता. महान लोगो को भी सफलता पहली बार कोशिश करने में हासिल नहीं हुई थी. उन्हें भी succes पाने के लिए कई बार कोशिश करनी पड़ी.
अब्राहम लिंकन को अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से पहले कई बार हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. उन्होंने अपनी कोशिशे जारी रखी और अमेरिका का राष्ट्रपति (President of the US) बन के दिखाया.
अगर वो चाहते तो पहला या दूसरा चुनाव हारने के बाद अपनी हिम्मत खो देते और हार स्वीकार कर लेते. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. अगर उस समय वह अपनी हार मान लेते तो आज अमेरिका के इतिहास में उन्हें कोई नहीं जानता.
अगर आपको बड़ी सफलता चाहिए तो आपको लगातार प्रयास करने के लिए तैयार रहना होगा. लगातार कोशिश करने से हमें अपने टारगेट की, अपने Goals की छोटी – छोटी चीजे पता चलती है. जो सफल होने में हमारी बहुत मददगार होती है.
आपने अपने पहले प्रयास में क्या गलती की थी उसे खोजे. उस गलती को सुधारे, इस तरह जब आपकी सारी कमियाँ दूर हो जाएँगी तब आपको सफलता मिलना तय है.
दोस्तों ! हमने यहाँ आपको Succes हासिल करने के पांच Tips बताये जो आपको बहुत जल्दी सफलता पाने में Help करेंगे. लेकिन आप यह यह याद रखे कि सफलता पाने का कोई shortcut नहीं होता.
आपको अपने लक्ष्य को पाने और सफल होने के लिए अपनी हर कीमत चुकानी पड़ेगी. आपको अपना सौ प्रतिशत अपने लक्ष्य को, अपने गोल्स को देना ही होगा. तभी सफलता आपको गले लगाएगी.
All The Best

by-Vihan Pandey

Monday, 18 November 2019

Rules of Success

      Rules of Success


         जीवन (Life) में हमारे पास अपने लिए मात्र 3500 दिन (9 वर्ष व 6 महीने) ही होते है!

वर्ल्ड बैंक ने एक इन्सान की औसत आयु 78 वर्ष मानकर यह आकलन किया है जिसके अनुसार हमारे पास अपने लिए मात्र 9 वर्ष व 6 महीने ही होते है| इस आकलन के अनुसार औसतन 29 वर्ष सोने में, 3-4 वर्ष शिक्षा में, 10-12 वर्ष रोजगार में, 9-10 वर्ष मनोरंजन में, 15-18 वर्ष­ अन्य रोजमरा के कामों में जैसे खाना पीना, यात्रा, नित्य कर्म, घर के काम इत्यादि में खर्च हो जाते है| इस तरह हमारे पास अपने सपनों (Dreams) को पूरा करने व कुछ कर दिखाने के लिए मात्र 3500 दिन अथवा 84,000 घंटे ही होते है|
“संसार की सबसे मूल्यवान वस्तु समय ही है”| लेकिन वर्तमान में ज्यादातर लोग निराशामय जिंदगी (Life) जी रहे है और वे इंतजार कर रहे होते है कि उनके जीवन में कोई चमत्कार होगा, जो उनकी निराशामय जिंदगी को बदल देगा| दोस्तों वह चमत्कार आज व अभी से शुरू होगा और उस चमत्कार को करने वाले व्यक्ति आप ही है, क्योंकि उस चमत्कार को आप के अलावा कोई दूसरा व्यक्ति नहीं कर सकता|
इस शुरुआत के लिए हमें अपनी सोच व मान्यताओ (beliefs) को बदलना होगा, क्योंकि
“हमारे साथ वही होता है जो हम मानते है|”
Friends, वैज्ञानिकों के अनुसार भौंरे (Bumblebee) का शरीर बहुत भारी होता है, इसलिए विज्ञान के नियमो के अनुसार वह उड़ नहीं सकता| लेकिन भौंरे को इस बात का पता नहीं होता एंव वह यह मानता है की वह उड़ सकता है इसलिए वह उड़ पाता है|
सबसे पहले हमें इस गलत धारणा (Wrong Belief) को बदलना होगा कि हमारे साथ वही होता है जो भाग्य (Bhagya) में लिखा होता है| क्योंकि ऐसा होता तो आज हम ईश्वर (God) की पूजा न कर रहे होते बल्कि उन्हें बदुआएं दे रहे होते|
हमारे साथ जो कुछ भी होता है उसके जिम्मेदार हम स्वंय होते है (We are responsible for What we are) इसलिए खुश रहना या ना रहना हम पर ही निर्भर (depend) करता है|
“भगवान उसी की मदद करते है जो अपनी मदद खुद करता है”
अगर कोई व्यक्ति यह सोचता है की हमारे साथ जो कुछ भी होता है, वह हमारे हाथ में नहीं है तो वह व्यक्ति या तो इस गलत धारणा (Wrong Belief) को बदल दे या आगे इस लेख (Hindi Article) को न पढे|

व्यवहारकुशलता

व्यवहारकुशलता:-

व्यवहारकुशल व्यक्ति जहाँ भी जाए वह वहां के वातावरण को खुशियों से भर देता है ऐसे लोगों को समाज सम्मान की दृष्टी से देखा जाता है| ऐसे लोग नम्रता व मुस्कराहट (Smile) के साथ व्यवहार करते है एंव हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहते है| शिष्टाचार ही सबसे उत्तम सुन्दरता है जिसके बिना व्यक्ति केवल स्वयं तक सीमित हो जाता है एंव समाज उसे “स्वार्थी” नाम का अवार्ड देता है|
“जब आपके मित्रों की संख्या बढने लगे तो यह समझ लीजिये कि आप ने व्यवहारकुशलता का जादू सीख लिया है|”
शिष्टाचारी व्यक्ति किसी भी क्षेत्र भी जाए वहा उनके मित्र बन जाते है जो उसके लिए जरुरत पड़ने पर मर मिटने के लिए तैयार रहते है|
चरित्र  व्यवहारकुशलता की नींव है एंव चरित्रहीन व्यक्ति कभी भी शिष्टाचारी नहीं बन सकता| चरित्र, व्यक्ति की परछाई होती है एंव समाज में व्यक्ति को चहरे से नहीं बल्कि चरित्र से पहचाना जाता है| चरित्र का निर्माण नैतिक मूल्यों, संस्कारों, शिक्षा एंव आदतों से होता है|
व्यवहारकुशल व्यक्तियों की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है की वह हमेशा मदद के लिए तैयार रहते है|
वर्तालाप दक्षता, व्यवहारकुशलता का महत्वपूर्ण हिस्सा है| वाणी में वह शक्ति है जो वातावरण में मिठास घोल कर उसे खुशियों से भर सकती है या उसमे चिंगारी लगा कर आग भड़का सकती है|
“words can change the world” (शब्द संसार बदल सकते है|)
सोच समझ कर बोलना, कम शब्दों में ज्यादा बात कहना, व्यर्थ की बातें न करना, अच्छाई खोजना, तारीफ़ करना, दुसरे की बात को सुनना एंव महत्त्व देना, विनम्र रहना, गलतियाँ स्वीकारना इत्यादि वार्तालाप के कुछ basic नियम है|
इन पांच नियमों में इतनी शक्ति है कि ये आपकी लाइफ बदल देंगे (change your Life) और आपके सपनों को हकीकत में बदलने की शक्ति जगाएंगे| अंत में एक ही बात

Hard work and Focus

मेहनत एंव लगन (Hard work and Focus):-

दोस्तों किसी विद्वान् ने कहा है की कामयाबी, मेहनत से पहले केवल शब्दकोष में ही मिल सकती है| मेहनत (Hard Work) का अर्थ केवल शारीरिक काम से नहीं है, मेहनत शारीरिक व मानसिक दोनों प्रकार से हो सकती है| अनुभव यह कहता है की मानसिक मेहनत, शारीरिक मेहनत से ज्यादा मूल्यवान होती है|
कुछ लोग लक्ष्य (Target) तो बहुत बड़ा बना देते है लेकिन मेहनत नहीं करते और फिर अपने अपने लक्ष्य को बदलते रहते है| ऐसे लोग केवल योजना(planning) बनाते रह जाते है|
मेहनत व लगन से बड़े से बड़ा मुश्किल कार्य आसान हो जाता है| अगर लक्ष्य को प्राप्त करना है तो बीच में आने वाली बाधाओं को पार करना होगा, मेहनत करनी होगी, बार बार दृढ़ निश्चय से कोशिश करनी होगी|
“असफल लोगों के पास बचने का एकमात्र साधन यह होता है कि वे मुसीबत आने पर अपने लक्ष्य को बदल देते है|”
कुछ लोग ऐसे होते है जो मेहनत तो करते है लेकिन एक बार विफल होने पर निराश होकर कार्य को बीच में ही छोड़ देते है इसलिए मेहनत के साथ साथ लगन व दृढ़ निश्चय (Commitment) का होना भी अति आवश्यक है|
“अगर कोई व्यक्ति बार बार उस कार्य को करने पर भी सफल नहीं हो पा रहा तो इसका मतलब उसका कार्य करने का तरीका गलत है एंव उसे मानसिक मेहनत करने की आवश्यकता है|”

Live in Present

वर्तमान में जिएं (Live in Present):-

दोस्तों हमें दिन में 70,000 से 90000 विचार (thoughts) आते है और हमारी सफलता एंव असफलता इसी विचारों की quality (गुणवता) पर निर्भर करती हैं| वैज्ञानिकों के अनुसार ज्यादातर लोगों का 70% से 90% तक समय भूतकाल, भविष्यकाल एंव व्यर्थ की बातें सोचने में चला जाता है| भूतकाल हमें अनुभव देता है एंव भविष्यकाल के लिए हमें planning (योजना) करनी होती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं की हम अपना सारा समय इसी में खर्च कर दें| दोस्तों हमें वर्तमान में ही रहना चाहिए और इसे best बनाना चाहिए क्योंकि न तो भूतकाल एंव न ही भविष्यकाल पर हमारा नियंत्रण है|

स्वतंत्रता (Independence)

स्वतंत्रता (Independence):-

स्वतंत्रता का अर्थ स्वतन्त्र सोच एंव आत्मनिर्भरता से हैं|
“हमारी खुशियों का सबसे बड़ा दुश्मन निर्भरता (Dependency) ही है एंव वर्तमान में खुशियाँ कम होने का कारण निर्भरता का बढ़ना ही है”
“सबसे बड़ा यही रोग क्या कहेंगे लोग (Sabse bada rog kya kahenge log)”:- ज्यादातर लोग कोई भी कार्य करने से पहले कई बार यह सोचते है की वह कार्य करने से लोग उनके बारे में क्या सोचेंगे या क्या कहेंगे और इसलिए वे कोई निर्णय ले ही नहीं पाते एंव सोचते ही रह जाते है एंव समय उनके हाथ से पानी की तरह निकल जाता है| ऐसे लोग बाद में पछताते हैं| इसलिए दोस्तों ज्यादा मत सोचिये जो आपको सही लगे वह कीजिये क्योंकि शायद ही कोई ऐसा कार्य होगा जो सभी लोगों को एक साथ पसंद आये|
अपनी ख़ुशी को खुद नियंत्रण (control) कीजिये:- वर्तमान में ज्यादातर लोगों की खुशियाँ (Happiness) परिस्थितियों पर निर्भर हैं| ऐसे लोग अनुकूल परिस्थिति में खुश (Happy) एंव प्रतिकूल परिस्थियों में दुखी (Sad) हो जाते है| उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति का कोई काम बन जाता है तो वह खुश (Happy) एंव काम न बनने पर वह दुखी हो जाता है| दोस्तों हर परिस्थिति में खुश रहें क्योंकि प्रयास करना हमारे हाथ में है लेकिन परिणाम अथवा परिस्थिति हमारे हाथ में नहीं है| परिस्थिति अनुकूल या प्रतिकूल कैसी भी हो सकती है लेकिन उसका response अच्छा ही होना चाहिए क्योंकि response करना हमारे हाथ में है|
आत्मनिर्भर बनें:- दोस्तों निर्भरता ही खुशियों की दुशमन है इसलिए जहाँ तक हो सके दूसरों से अपेक्षाओं कम करें, अपना कार्य स्वंय करें एंव स्वालंबन अपनाएं दूसरों के कर्मों या विचारों से दुखी नहीं होना चाहिए क्योंकि दूसरों के विचार या कर्म हमारे नियंत्रण में नहीं है|
“अगर आप उस बातों या परिस्थियों की वजह से दुखी हो जाते है जो आपके नियंत्रण में नहीं है तो इसका परिणाम समय की बर्बादी व भविष्य पछतावा है”